डा प्रणय तिवारी: मानवाधिकार कार्यकर्ता
एक नया नियम ब्योहारी,नगर पालिका ज़ो भ्रष्टाचार की पर्यायवाची है, यहा के सी एम ओ को यह नहीं मालुम कि कोर्ट मे केवल कागज मागे जाते है, किसी ने अगर कार्य किया है ,तो लिखित रूप से देना होता है, मौखिक नहीं, ।
दूसरा भ्रष्टाचारी यहा ब्योहारी का सरवनाश करने आये राजस्व,नगर पालिका इन्जीनियर,मो शकील जिसने पूरे कार्य फर्जी तरीके से किये है, वह तो स्टॉप क्राईम ऑर्गेनाइजेशन के विजिलेंस डायरेक्टर को देखते ही भाग खड़ा होता है,।
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