*सरकार ने पेश किया सपनों के भारत का पंख तोड़ने वाला बजट -रोहित*
मध्य प्रदेश जिला सीधीएक बयान में अपने विचार ब्यक्त करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी उपभोक्ता संरक्षण के जिलाध्यक्ष एड,रोहित मिश्रा ने आज भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा पेश बजट को काफी निराशाजनक बताया नौकरीपेशा के लिए बजट सबसे खराब रहा काफी समय से इस बजट से उम्मीद की जा रही थी कि इसमें धारा 80सी के तहत छूट की सीमा बढ़ सकती है और साथ ही 2.5 लाख रुपये तक की कमाई पर मिलने वाली छूट के भी बढ़ने की उम्मीद थी। ये उम्मीद इसलिए भी की जा रही थी, क्योंकि पिछले करीब 7 सालों से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आखिरी बार जुलाई 2014 में ये टैक्स छूट की सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई थी और धारा 80सी के तहत निवेश पर टैक्स छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये की गई थी। आम आदमी के लिए कुछ नहीं देखा जाए तो ये बजट आम आदमी का था ही नहीं। आम आदमी को राहत मिले, ऐसी तो कोई घोषणा ही नहीं हुई। उल्टा तमाम चीजों पर कस्टम ड्यूटी और सरचार्ज लगने की वजह से मोबाइल समेत बहुत सारी चीजें महंगी भी हो रही हैं। आम आदमी के लिए ये बजट निराशाजनक रहा।
*महिलाओं के लिए कुछ खास नहीं*
वित्त मंत्री निर्मली सीतारमण से उम्मीद थी कि वह महिलाओं के लिए जरूर कुछ ना कुछ खास करेंगी। उम्मीद की जा रही थी महिलाओं को और मजबूत करने की कोशिश की जाएगी, लेकिन बजट भाषण सुनकर यूं लगा मानो महिलाओं पर भी इस बजट में कुछ खास ध्यान नहीं दिया गया। इस बजट से सरकार की मनसा प्रकट हो गयी है।