May 19, 2024 10:45 pm

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एक कुर्सी के लिए चार दावेदार,हाईकोर्ट के पाले में गेंद…..एक को किया गया था बर्खास्त,बांकी पर भ्रष्टाचार के आरोप..शिक्षा विभाग की कुर्सी पाने दावेदारों की लगी लाईन…

एक कुर्सी के लिए चार दावेदार,हाईकोर्ट के पाले में गेंद…..एक को किया गया था बर्खास्त,बांकी पर भ्रष्टाचार के आरोप..शिक्षा विभाग की कुर्सी पाने दावेदारों की लगी लाईन…

मध्य प्रदेश जिला सीधी स्वतंत्र इंडिया लाइव * की रिपोर्ट जिले का शिक्षा विभाग अपने क्रियाकलापों लेकर सुर्खियों में रहा है। बात चाहे ट्रांसफर,पोस्टिंग की रही हो या फिर भ्रष्टाचार को लेकर भी सुर्खियों में बना रहा है। विगत 7 माहों से और भी सुर्खियां बटोर रहा है कि इस दौरान चार डीईओ की पदस्थापना हुई और सब पर भ्रष्टाचार के आरोप है एक को तो मंच से ही निलंबित किया गया था।
गौरतलब है कि जिले का सबसे महत्वपूर्ण विभाग शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का घुन लगा हुआ है इसको साफ करने की जहमत न तो जिले के जिम्मेदारों द्वारा उठाई गई और न ही जनप्रतिनिधियों द्वारा इसी का नतीजा है कि एक कुर्सी के लिए चार-चार दावेदार अब हाईकोर्ट की शरण में पहुंच चुके है। सबसे पहले नवल ङ्क्षसह फिर पीके ङ्क्षसह एवं अंत में राधेश्याम द्विवेदी भी जा चुके है। नवल ङ्क्षसह द्वारा यह तर्क दिया जा रहा है कि सबसे वरिष्ठ है उनको प्रभार मिलना चाहिए। राधेश्याम द्विवेदी भी कह रहे है कि वे सबसे वरिष्ठ है उनको प्रभार मिलना चाहिए और पीके ङ्क्षसह तो डीईओ रहते निलंबित हुए उनको हाईकोर्ट से राहत तो मिल गई लेकिन जिले के अधिकारी द्वारा ज्वाईन ही नही कराया गया जिससे वे फिर से हाई कोर्ट की शरण में गए है कि जिले के अधिकारी कोर्ट के आदेशों को नही मान रहे है। इन सबने मिलकर प्रेमलाल मिश्रा को भी पार्टी बना दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि किसके पाले में हाई कोर्ट का नतीजा आता है।
सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप
जितने भी इस समय डीईओ की कुर्सी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है सभी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है कुछ के तो ऑडियो भी वायरल हुए है। शिक्षा विभाग की मलाई खाने के बाद सभी को यह कुर्सी प्यारी लग रही है। नवागत डीईओ भी रीवा के चर्चित रमसा सहित अन्य योजनाओं के प्रभारी रहे है जिनके कारनामों की गूंज अब सीधी में भी सुनाई देने लगी है।
शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचारियों का डेरा
जिले के शिक्षा विभाग में इन दिनो पूरी तरह से भ्रष्टाचारियों का कब्जा जमा हुआ है। अगर इनको यहां से मुक्त नही किया जाता तो ये अपने कारनामों को अंजाम देते रहेगें। यहां एक ऐसा भी कर्मचारी है जिसकी पदस्थापना कही है,वेतन भुगतान कहीं और से ले रहा है और सेवा कहीं और दे रहा है यह अपने आप में विचित्र जरूर है लेकिन यह सिर्फ सीधी में ही देखने और सुनने को मिलेगा।

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राशिफल

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