सहायक जनजाति कार्य विभाग के आयुक्त भाजपा सरकार को दे रहे चुनौती….. कई वर्षों से एक ही जिला में अंगद की तरह पैर जमाए बैठे…
सहायक आयुक्त संजय खेडकर की मनमानी, लोगो ने की हटाने की मांग
मध्य प्रदेश जिला सिंगरौली। जिले में जनजातीय कार्य विभाग में बड़े पैमाने पर भर्रेशाही चल रही है। छात्रावासो के जर्जर भवनों के मरम्मत कार्य में घटिया सामग्री से सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री से सहायक आयुक्त संजय खेडकर द्वारा कराए घटिया निर्माण कार्य और भर्रेशाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त द्वारा जिले भर के अधिकांश छात्रावासो का मरम्मत कार्य कराया गया। जो बेहद घटिया और गुणवत्ताहीन बताया जाता है। बताया जाता है कि अनुसूचित जाति कन्या छात्रावासा बैढन की
हैंड ओवर होने के बाद चार बार छत की मरम्मत कार्य कराया गया है। सहायक आयुक्त द्वारा इसी भवन में 5वी बार छत डलवाने की कोशिश की जा रही है।
एक साल से नहीं दी शिष्यवृत्ति और छात्रवृत्ति, मुफलिसी में दिन काट रही छात्राएं
सूत्रों के अनुसार जनजातीय कार्य विभाग सिंगरौली के सहायक आयुक्त संजय खेडकर द्वारा अनुसूचित जाति जूनियर कन्या छात्रावास क्रमांक 1, अनुसूचित जाति सीनियर कन्या छात्रावास क्रमांक 1, नवीन अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास बैढन की सूची स्वीकृति दो साल से नहीं दी गई है और न ही छ्त्राओ को शिष्यवृत्ति राशि स्वीकृति नहीं दी जा रही है। जिससे अनुसूचित जाति विभाग की छात्राएं मुफलिसी के दौर से गुज़र रही है। बताया जाता है कि जनजातीय कार्य विभाग में भर्रेशाही से छात्रावासो में भारी अव्यवस्था का आलम है।
5 साल से ज्यादा समय से पदस्थ हैं सहायक आयुक्त संजय खेडकर
बताया जाता है कि सिंगरौली जिले में जनजातीय कार्य विभाग में सहायक आयुक्त संजय खेडकर लगभग पांच साल से ज्यादा समय से पदस्थ हैं। जिससे विभाग में बड़े पैमाने पर भर्रेशाही चल रही है। बताया जाता है कि सहायक आयुक्त संजय खेडकर अपनी पदस्थगी के दौरान भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा दे रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रभारी मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह व जिले के कलेक्टर से सहायक आयुक्त संजय खेडकर द्वारा जनजातीय कार्य विभाग के छ्त्रावासो की अव्यवस्था और घटिया निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की गई है।