सिंहपुर थाने का आरक्षक रामानंद तिवारी लाईन अटैच
मध्य प्रदेश जिला शहडोल जिले के सिंहपुर थाने में कई वर्षो से पदस्थ भ्रष्टाचार में संलिप्त कर्मचारी पुलिस आरक्षक रामानंद तिवारी को थाना प्रभारी नारेन्द्र सिंह राजपूत के गोपनीय आधार के आवेदन पर शहडोल पुलिस कप्तान कुमार सौरभ ने तत्काल लाईन अटैच किया। सिंहपुर थाना प्रभारी ने बताया कि रामानंद तिवारी जनता के साथ गलत बर्ताव करते थे और रामानंद तिवारी का कई बार शिकायत किया जा चुका है। पुलिस आरक्षक रामानंद तिवारी 4 वर्षो में 40 से अधिक लोगो को अपराध करना सिखाया जो की अपराधी नही थे,जो वास्तविक अपराधी थे उनको खुला संरक्षण देते थे। कई गरीबो को इस आरक्षक द्वारा जबरन घर से उठाकर थाने में मारपीट कर पैसे लेकर छोड़ दिया जाता था। थाना अंतर्गत जिन व्यक्तियों का वारंट रहता था उनसे मोटी रकम रामानंद तिवारी द्वारा लिया जाता था,नहीं देने पर उनके घर मे घुसकर मॉ-पत्नी-बेटी को अश्लील गाली गलौच कर धमकी दिया जाता था। रामानंद तिवारी बीट प्रभारी कही और वसूली किसी और बीट में करता था,आरक्षक द्वारा सिंहपुर थाने के सामने से किसी भी दो पहिया वाहन चालक के निकलने पर उसे रोककर मारपीट कर मोटी रकम लेता था। पुलिस आरक्षक रामानंद तिवारी सिंहपुर थाना को गुंडई के रूप में चलाता था,पुलिस आरक्षक रामानंद तिवारी का करतूत पूर्व में रह चुके पुलिस कप्तान सुशांत सक्सेना को पूरी घटना घटित जानकारी हो चुकी थी,इसके बावजूद भी उन्होने कार्यवाही नहीं की। बल्कि शहडोल जिले में पहला थाना सिंहपुर था,जहां से गांजे की तस्करी सबसे ज्यादा की जाती थी। पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग सिंहपुर थाना के आरक्षक रामानंद तिवारी को मिलता था,जिस कारण से इसके ऊपर कार्यवाही नहीं होती थी। वर्तमान में आये पुलिस कप्तान कुमार सौरभ ने पूर्व में पदस्थ सिंहपुर थाना प्रभारी उपेन्द्र त्रिपाठी जो कि गोहपारू थाना में पदस्थ थे,शिकायत मिलने के बाद तत्काल रूप से निलंबित किया। इसी तरह रामानंद तिवारी को केवल लाईन अटैच ही हो पाया है,रामानंद तिवारी जैसे पुलिस आरक्षक को लाईन अटैच नहीं इनको नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिये। वर्तमान में रह रहे पुलिस कप्तान कुमार सौरभ को अब देखना है कि शहडोल जिले के सभी थानो में हो रहे गुप्त अपराध को रोक पाने में व थाने में भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने में सफलता प्राप्त होती है या नहीं।