April 20, 2024 4:53 pm

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आईओसीएल का 27000 लीटर डीजल जमीन पर बहा या बड़े अधिकारी ध्यान भटका रहे हैं

आईओसीएल का 27000 लीटर डीजल जमीन पर बहा या बड़े अधिकारी ध्यान भटका रहे हैं

*दाल में कुछ काला है,जाँच में हो सकता है खुलासा*

27 हजार लीटर डीजल बहना कितना सम्भव है ..? कही ध्यान तो नही भटकाया जा रहा है..?

*कही ऐसा तो नही की डीजल ले गए कबाड़ी और दिखावे के लिए कुछ डीजल जमीन पर बहा दिया..??*

 

मध्य प्रदेश सिंगरौली*- जिले में पुलिस कप्तान के रूप में रियाज इकबाल जब से आये है तब से सीकेडी के कारोबारियो का शातिर दिमाग काम करना बंद कर दिया है,इतना ही नही अवैध कारोबारियों की रातों की नींद सुबह का चैन उडा है लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी आज भी जयंत व मोरवा में सीकेडी के काले करोबार पर अंकुश नही लग पा रहा है। यदि इन कारोबारियों पर वहाँ के खाकी का संरक्षण कहे तो शायद कोई अतिसंयोक्ति नही होगी।

अभी बीते दिवस विन्ध्यनगर थाने के जयंत चौकी अंतर्गत आईओसीएल में 27 हजार लीटर जमीन पर बहने का मामला प्रकाश में आया है लेकिन यह बात किसी को हजम नहीं हो रही है।आखिर लाखो- करोडो का मामला इतनी जल्दी हजम कैसे हो जाये।

जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को जयंत खदान से हजारों लीटर डीजल बहने का मामला पुलिस के संज्ञान में आया था लेकिन मामले पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नही हुई। उक्त मामले को लेकर कंपनी प्रबंधक भी हाथ पर हाथ रखे नजर आ रहे है, दुसरी तरफ बताया जा रहा है कि जयंत चौकी मे मामला तक पंजीबद्ध नही हुआ है। लाखो की डीजल बर्बादी पर न तो आईओसीएल जयंत के अधिकारी गंभीर है और न ही जयंत पुलिस। महज औपचारिकता निभाकर सभी किसी तरह से मामले मे लीपापोती कर रफादफा करना चाह रहे है।

*कही ध्यान भटकाने का काम तो नही हो रहा…?*

जयंत में लाखों के डीजल चोरी का यह कोई पहला मामला नही है लेकिन इस बार का मामला किसी के गले के नीचे उतरने का नाम नही ले रहा क्योंकि 27 हजार लीटर डीजल पानी की तरह जमीन पर बह गए है। लेकिन इस मामले में अलग अलग लोगो की अपनी अपनी राय है कोई यह कह रहा है कि डीजल चोरों का शातिर दिमाग है और ध्यान भटकाने का काम कर रहे है । ज्यादा से ज्यादा डीजल लेकर उड़ गए और कुछ बचा हुआ डीजल मुद्दे से भटकाने के लिए जमीन पर बहा दिया। कई लोग खाकी सहित एनसीएल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। खैर जिस तरह से यह चोरी हुई है उससे यह प्रतीत होता है कि मामला कुछ और है यदि इस मामले की विधिवत जांच हो तो दूध का दूध पानी का पानी हो सकता है।

*एन•सी•एल• की सुरक्षा पर उठे सवाल*।

जानकारो की माने तो आईओसीएल और एन•सी•एल• के इस ठेके पर सुरक्षा की पुरी जिम्मेदारी एन•सी•एल•प्रबंधन की होती है जिसमें इतनी बडी़ चूक के कारण इसका खानापुर्ति एन•सी•एल• को भुगतान पड़ सकता है जिसको लेकर अपना-अपना दामन बचानें मे लगे हुए है । मामले का दूसरा पहलू यह भी है आये दिन डीजल चोरी के कई प्रकरण सामने आ रहे है लेकिन समझ नही आ रहा इन चोरो का सरगना कौन है..? और उस सरगने को किसका संरक्षण मिला हुआ है। बहरहाल जिस तरह से यह मामला तूल पकड़ता दिख रहा है उसे देखकर आईओसीएल के जिम्मेदार भी गंभीर नजर नही आ रहे है।

*लाखो का डीजल ले उड़े चोर,समूचे जयंत में हो रही चर्चा*

एनसीएल की जयंत परियोजना में बीते दिवस 27000 लीटर डीजल बहने का मामला प्रकाश में आया था ।
जैसे ही यह खबर जयंत शहर में फैली लोग आपस में चर्चा करने लगे कि आखिर 27000 लीटर डीजल जमीन पर कैसे बह सकता है..? इसमें जरूर किसी बड़े डीजल कारोबारी का हाथ है और अपने गुर्गो के साथ वह डीजल पार कर दिया और किसी का ध्यान डीजल चोरी की ओर न जाए इसलिए कुछ डीजल जमीन पर बहाकर भटकाने का काम किया है। फिलहाल जिस तरह से लोगो ने चर्चा उसे देखकर लगता है कि यदि इस मामले को गंभीरता से लेकर जाँच कराई जाए तो वास्तविकता सब के सामने आ सकती है।

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राशिफल

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