जनपद कार्यालय मझौली में कुर्सियां सुनती रही जनसुनवाई की फरियाद
मध्य प्रदेश सीधी जिले के मझौली जनपद पंचायत में राष्ट्रीय कार्यक्रमों को केवल कागजों पर निपटाया जाता है अधिकारी कर्मचारी इसके प्रति संवेदनशील नहीं है जिसका जीता जागता उदाहरण आज 25 सितंबर 2018 को जनपद पंचायत मझौली के प्रज्ञा भवन में आयोजित जनसुनवाई में देखने को मिला लोगों के शिकायत पर जब हमारे संवाददाता द्वारा जायजा लिया गया तो लोगों की शिकायत सही पाई गई जहां पर कुर्सियां तो रखी हुई थी लेकिन समन्वयक अधिकारी रोशन लाल गुप्ता एवं राम बहोर साकेत एवं ओपी तिवारी के अलावा कोई कर्मचारी नहीं मिले जो अफसरों के लिए रखी गई थी कुर्सियां ही फरियादियों की फरियाद सुन रही थी 30- 40 किलोमीटर से दूर से आए आवेदनार्थी अफसरों को ताकते रहे इस तरह से अन्य योजनाएं भी लगभग 1 वर्ष से फ्लाप हो रही हैं ,चाहे वह अन्न उत्सव हो चाहे स्वच्छता मिशन हो चाहे हितग्राही मूलक कार्यक्रम सभी केवल नाम मात्र के लिए हैं जो कागजी कार्यवाही एवं फोटो तक सीमित हैं यहां तक की जनसुनवाई में दिए गए आवेदनों को ना ही ऑनलाइन किया जाता ना ही निराकरण, ऐसा मामला सबसे ज्यादा जनपद पंचायत मझौली में देखने को मिला ,जो काफी चिंतनीय है अब देखना यह है कि इन अफसरशाहो क्या कार्यवाही होती है क्या गरीबों को न्याय मिल सकेगा अथवा नहीं सीधी से राजेश सिंह की रिपोर्ट