दिल्ली में किसानों पर पुलिसिया जुल्म, बर्बरता है जालिम मोदी सरकार की- उमेश तिवारी।
दिल्ली में किसानों पर पुलिसिया जुल्म, बर्बरता है जालिम मोदी सरकार की- उमेश तिवारी।
मध्यप्रदेश सीधी जिला टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने दिल्ली में किसानों पर की गई दमनात्मक कार्यवाही की घोर निंदा करते हुए कहा है कि निहत्थे अन्नदाता पर कायर पुलिस द्वारा किया गया प्रहार जालिम मोदी सरकार के बर्बार चेहरे को बेनकाब करता है। श्री तिवारी ने कहा कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती थी जो अहिंसा के पुजारी के जयंती का दिन है इस दिन किसानों पर रबर की गोली चला कर, आंसू गैस छोंड़कर, डंडे और पत्थर चला कर, पानी की बौछार मार कर किसानों को घायल करना और किसानों को दिल्ली जाने से प्रतिबंधित करना प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे से नकाब उतार कर यह साबित करता है कि प्रधानमंत्री मोदी गांधीवादी नहीं गोड़से वादी हैं। कितना दुर्भाग्य है कि जो देश का पेट भरता है उसे रबर की गोली खानी पड़ रही है। इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती थी जिन्होंने नारा दिया था “जय जवान जय किसान” शास्त्री जी की जयंती के दिन किसानों पर बर्बरता अफसोस जनक है। किसान अपनी मांगो की सुनवाई हेतु भारतीय किसान यूनियन के साथ “किसान क्रांति पदयात्रा” हरिद्वार से शुरू कर दिल्ली आ रहे थे किसानों की मांग थी की संपूर्ण क्रांति माफी, सस्ती बिजली, किसान पेंशन, फसल बीमा में बदलाव आदि मुख्य मांगे थी। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ नहीं हैं और जिस तरह से मोदी सरकार ने किसानों को दिल्ली में घुसने नहीं दिया है उसी तरह चुनाव के समय किसान भाजपाइयों को गांवों में घुसने नहीं देंगे।