मध्य प्रदेश के इन सांसदों की अब विधायक बनने की ख़्वाहिश है क्योंकि…
*ख़राब परफॉर्मेंस के आधार पर कई सांसदों के टिकिट कट सकते हैं. पीएम मोदी कई बार इन सांसदों को परफॉरमेंस सुधारने के लिए कह चुके हैं*
मध्य प्रदेश भोपाल में इस बार बीजेपी के सांसद अब विधायक बनने के लिए उतावले हैं. ऐसे एक या दो नहीं पूरे 3/4 सांसद ऐसे हैं जो संसद छोड़कर विधानसभा जाने के लिए ज़ोर लगा रहे हैं.
ये वो सांसद हैं जिनके परफॉर्मेंस से ना तो जनता खुश है और ना ही पार्टी संतुष्ट है. प्रदेश के 26 सांसदों में से करीब तीन चौथाई चाहते हैं कि उन्हें विधानसभा का टिकिट मिल जाए. ऐसे में पार्टी के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. पार्टी ने इनके नामों को सर्वे में डाल दिया है.
सांसदों के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने के इरादे से विधानसभा चुनाव के दावेदार घबराए हुए हैं. कहीं ये हैविवेट सांसद इनका ना पत्ता साफ करवा दें.मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, देवास सांसद मनोहर ऊंटवाल, खंडवा सांसद नंद कुमार सिंह चौहान, राजगढ़ सांसद रोडमल नागर विधान सभा का टिकट मांग रहे हैं.
नागौद सांसद नागेंद्र सिंह, घट्टिया से चिंतामन मालवीय और घट्टिया, लक्ष्मीनारायण यादव-सिलवानी सीट से टिकिट मांग रहे हैं. टिकट मांगने वालों की कतार में और नाम भी हैं. जनार्दन मिश्रा-रीवा ज़िले की सेमरिया सीट, ज्ञानसिंह- शहडोल, अनूप मिश्रा- मुरैना, राव उदयप्रताप – होशंगाबाद से टिकिट चाहते हैं. इसी तरह भागीरथ प्रसाद, गणेश सिंह, आलोक संजर भी विधानसभा लड़ने की ख्वाहिश जता चुके हैं.
*क्यों विधायक बनना चाहते हैं सांसद ?*
दरअसल इन सांसदों की चिंता अगले लोकसभा चुनाव में अपना पत्ता कटने की है. ख़राब परफॉर्मेंस के आधार पर कई सांसदों के टिकिट कट सकते हैं. पीएम मोदी कई बार इन सांसदों को परफॉरमेंस सुधारने के लिए कह चुके हैं. काम ना करने के कारण जनता और पार्टी दोनों इन सांसदों से नाराज़ हैं. कार्यकर्ता इसलिए गुस्सा है कि सांसद महोदय ने उनके भी कोई काम नहीं किए.
*विधानसभा चुनाव के लिए ये टिकट इसलिए मांग रहे हैं कि अगर जीत गए तो कम से कम कुर्सी बची रहेगी.*