विधानसभा चुनाव: राजनेताओं से पारिवारिक संबंध रखने वाले अफसरों पर गिरेगी गाज!
मध्यप्रदेश के प्रभारी डीजीपी बनने के बाद वी.के.सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संम्पन्न कराना उनकी पहली प्राथमिकता है. उन्होनें अपनी पूरी टीम पर भरोसा जताते हुए कहा कि पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार एमपी पुलिस ने बेहतर काम किया है और पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार ज्यादा कार्रवाईयां भी की गई है.
डीजीपी वीके सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सुरक्षा के मद्देनज़र 50 कंपनियां आ चुकी हैं और जरूरत पड़ने पर और भी बल दूसरे राज्यों से बुलाया जाएगा, इसके साथ ही उन्होनें बताया कि संवेदनशील बूथ्स पर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. पुलिस की टीम खासतौर पर सोशल मीडिया पर नज़र रखे हुए हैं. अगर कोई भी फेसबुक या वॉट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट करता है या फिर कोई ऐसी जानकारी साझा करता है जिससे माहौल खराब हो सकता हो, ऐसी पोस्ट पर कड़ी नज़र रखी जा रही है.
प्रभारी डीजीपी वीके सिंह ने कहा कि ऐसे पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को पुलिस मुख्यालय में अटैच किया जाएगा, जिनके राजनेताओं से संबंध या रिश्तेदारी है. आपको बता दे कि मध्यप्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला स्वास्थ्य कारणों के चलते छह सप्ताह की छुट्टियों पर हैं. चुनाव आयोग ने 1984 बैच के आईपीएस अफसर वीके सिंह को प्रभारी डीजीपी नियुक्त किया है.