एशिया प्रसिद्ध हजारी पशु मेंला सिर्फ नाम का ही
बिहार जिला बेतिया हजारी पशु मेला जो कभी पशुओं के खरीद बिक्री करने के लिए सोनपुरपशु मेला के बाद इसका स्थान आता था तथा इस मेले में बैल हाथी धोडा गाय आदि पशु की चाह रखने वाले किसान यूपी नेपाल बंगाल झारखंड आदि जगहों से आते तथा अपने पसदीदा पशुओं की खरीदारी करते इतना ही नहीं मेले में आने वाले किसानों के लिए नाच नौटकी इत्यादि आते थे जहां यह मेला नवरात्र से प्रारंभ होकर छठ पूजा तक रहता था परंतु विगत दो चार साल से इस मेले में एक भी पशु नहीं आ रहे तथा वहीं हजारी पशु मेला की भूमि का अतिक्रमण दिन प्रति दिन होना तो एक तरफ नगर परिषद् द्ररा कचरे का जमवडा लगया जाना बता दें कि प्रती वर्ष मेले लाखो की राजसव भी आता था परंतु प्रसासनिक उदासीनता के कारण यह मेला अब इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गया है अगर समय रहते इस धयान सरकार नहीं देती है तो इसके बाकी भूखंड पर भी अतिक्रमणकारियो का कब्जा हो जायेगा अब देखना है कि राजप्रबधक तथा सरकार अपने धरोहरों की रक्षा कर पाते हैं कि नहीं