पत्रकारो के हित में विहार सरकार हैं फेल
पत्रकारो के हित में विहार सरकार हैं फेल
बिहार जिला बेतिया जिस देश के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले पहरेदार पत्रकारो पर आये दिन झूठे मुकदमे तथा उनकी हत्या हो रही है इस पर उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी सख्त भी हुये हैं तथा पत्रकारों के साथ वसूली करने वाले को चौबीस धटना में गिरफ्तारी का फारमान भी जारी कर दिया है परंतु हमारे विहार में इसका ठीक उल्टा है यहाँ के सुसान वावू को पत्रकारो के हित में ऐसा कानून वनाने में न जाने क्या सोच रहे हैं तभी यहां पत्रकारों को पडताडित होना पर रहा तथा हमारे मुख्यमंत्री हाथ पर हाथ धरे वैठे हैं क्या एक ही देश में एक राज्य पत्रकारो के हित में कानून वना रही है तथा दुसरा राज्य इसे लागू नहीं कर रहा है यह कहा का न्याय बता दें कि पत्रकार किसी भीड का हिस्सा नहीं अगर यह स्तम्भ जिस दिन अपना दायित्व निभना बन्द कर दें तो सारे सत्ताधारियों को अपनी राजनीति करना महँगा पड़ सकता है ऐसे में पत्रकार विना सुरक्षा के खतरों से खेल कर जानता के हित में खबरे देता है तथा आज उसी कि मान सम्मान के जब बात हो रही है तो सरकारी उसे लागु नहीं कर रही है जबकि वही जहाँ वोट लेने की वात हो तो वोट कि चाह में कानून वना दिया जाता है परंतु ऐसा नहीं हम वह तलवार है जो अगर हमारी नजर फिरी तो क्या हो सकता यह जग जाहिर है अब हमे हक के लिए अपनी वह तलवार रुपी कलम उठानी ही पडेगी तभी जाकर हमे न्याय मिलेगा क्योंकि मागने से कुछ नहीं मिलता कुछ तो कुछ करना ही पडेगा इस चौथे स्तम्भ के लिए