*आलोक वर्मा को पद से बर्खास्त करना संवैधानिक मूल्यों की हत्या*– *रोहित मिश्रा*
मध्य प्रदेश जिला सीधी हिंदुस्तान की अति महत्वपूर्ण जांच एजेंसी सीबीआई इन दिनों अपने ही कारनामों के लिए चर्चा में है तो दूसरी तरफ सरकार का दखल जगजाहिर है सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा को राफेल लड़ाकू विमान की जांच के डर से पहले छुट्टी में भेजा उसके बाद जब उच्चतम न्यायालय ने सरकार को लताड़ लगाई कोर्ट ने कहा कि छुट्टी में भेजे जाना गैरकानूनी है आलोक वर्मा एक कर्तव्य निष्ठ सीबीआई प्रमुख है उनको पद में बहाल किया जाता है उसके तुरंत सरकार में अफरा-तफरी मच गई और महज 2 दिन के अंदर आज सीबीआई प्रमुख को बर्खास्त कर दी ऐसे में कहा जा सकते हैं कि सरकार चाहती है कि सीबीआई सरकार की तोता बन कर रह जाए केंद्र की मोदी सरकार जिसकी चाहे उसकी जांच कराएं और जिसको चाहे सजा करा दे इस तरह कहा जा सकता है कि देश में संवैधानिक मूल्यों का जबरदस्त तरीके से हत्या की जा रही है