April 23, 2024 6:45 pm

swatantraindialive7

*लोक सभा संयोजक की तानाशाही से बगावत के स्वर हुए प्रखर*

*लोक सभा संयोजक की तानाशाही से बगावत के स्वर हुए प्रखर*

*भाजपा के विघटन पर नहीं लग रहा विराम*

मध्य प्रदेश जिला सीधी लोकसभा चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा संयोजक के०के० तिवारी द्वारा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों की उपेक्षा एवं अपने चहेतो को महत्व देना महंगा पड़ता दिख रहा है। यह रस्सा कसी कही भाजपा की धार को जानबूझकर कमजोर करने की साजिश तो नहीं की जा रही है। लोगों की चर्चा पर अगर ध्यान दिया जाये तो विपक्ष की शह पर भाजपा के मजबूत परिवार को सुनियोजित ढंग से तोडऩे का प्रयास और भाजपा लोक सभा प्रत्यासी को हराने की साजिस के तहत कार्य किया जा रहा है। राजनैतिक सरगर्मी के इस महौल में प्रतिदिन नये नये पैतरे अपनाये जा रहे हैं। उसमें सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि क्या भारतीय जनता पार्टी अपने टूटते परिवार को एक बार फिर संजोने में सफल हो पाती है या नहीं यह अपने आप में एक सवाल है।

आप को बताते चलें कि सोमवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा सांसद प्रत्यासी रीति पाठक के नामांकन के पश्चात आयोजित विशाल आम सभा एवं शोभा यात्रा के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा सहित अनेक वरिष्ठ लोगों की उपेक्षा के मद्देनजर मोर्चे के जिलाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी ने काफी नाराजगी व्यक्त की। मोर्चे के जिलाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी ने कहा कि लोकसभा के संयोजक द्वारा जानबूझकर मोर्चे के पदाधिकारियों को अपमानित किया गया।

कहीं कोई गहरी साजिश तों नहीं –
सोशल मीडिया में मन मुटावा की खबरें आने के बाद मोर्चा के पदाधिकारी अपने जिलाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी के समर्थन में आ गए। इस दौरान प्रमोद द्विवेदी ने लोकसभा के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित करने का संदेश सोशल मीडिया में डाले हैं। मोर्चे के सैकड़ो पदाधिकारीयों ने लाबिंग शुरू कर दी है। बाजारों में चर्चा का बाजार गर्म है कहीं लोकसभा सयोजक के०के० तिवारी, जो पूर्व में लोकसभा चुनाव टिकट के दावेदार थे, बाद में इनको टिकट नहीं मिला। अब लोकसभा चुनाव में संयोजक के रूप में काम कर रहे हैं । लोकसभा टिकट की दावेदारी के पश्चात लोकसभा चुनाव में हंगामा खड़ा करके कहीं मोदी लहर की धार को कमजोर करने की गहरी साजिश तो नहीं हो रहीं हैं ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा की संचालन समिति को संयोजक के०के० तिवारी काम नहीं करने दे रहे हैं। और पीछे के दरवाजे से अपने चहेतों और कृपा पात्रों को शामिल कर रहे हैं। विगत दिनों में कई पदाधिकारियों ने उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इस बीच चुनावी समर में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा पार्टी को भारी पड सकता है। इस कृत्य के पीछे कोई गहरी साजिश तो नहीं काम कर रही है। यह पार्टी के वरिष्ठजनों को मिल बैठकर विचार करना चाहिए नहीं तो भाजपा की नैया डूबने से कोई नहीं बचा सकता है। मंगलवार को शोसल मीडिया पर श्री तिवारी को काफी विरोध झेलना पड़ा, सबसे खास बात तो यह रही कि भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से श्री तिवारी के कार्य एवं क्रियाप्रणाली पर अपत्ति व्यक्त की है।

*इनका कथन -*

*मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार हैं, मेरे द्वारा जानबूझ कर यूवा मोर्चा को दर किनार नहीं किया जा रहा है, ये तो कार्यक्रम है जो कि वरिष्ट जनों के मार्गदर्शन में क्रियान्वित हो रहा है। यूवा मोर्चा एक स्वतंत्र इकाई है। मेरे द्वारा किसी प्रकार का कोई अपमान नहीं किया गया है, न ही यूवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी से किसी प्रकार की कोई बात चीत हुई है।*

*।। के०के०तिवारी, लोक सभा संयोजक।।*

*भारतीय जनता पार्टी हम सब के घर परिवार के समान है, जिसमें छोटी मोटी बातें होती रहती हैं। मैं जमीनी स्तर पर एक छोटा सा कार्यकर्ता हॅू जो कि सच्चे मन से पार्टी के प्रति पूर्व, वर्तमान और भविष्य में सदैव तत्पर रहूॅगा। ।। प्रमोद द्विवेदी, यूवा मोर्चा जिलाध्यक्ष ।।*

*उक्त मामले की जानकारी मेरे पास अभी नहीं आयी है, न ही किसी कार्यकर्ता के द्वारा आज दिनांक पर अपने पद से त्याग पत्र दिया गया है। ।। डॉ० राजेश मिश्रा भाजपा जिलाध्यक्ष सीधी।।*

289 Todays Views

राशिफल

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

Recent Post