April 19, 2024 11:56 pm

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शिवेंद्र उपाध्याय सरकारी एजेंट,अधिवक्ताओं के आंदोलन पर पानी फेरने पहुंचे थे सीधी -रोहित मिश्रा

शिवेंद्र उपाध्याय सरकारी एजेंट,अधिवक्ताओं के आंदोलन पर पानी फेरने पहुंचे थे सीधी -रोहित मिश्रा

सीधी पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर बेरहम एवं मानवता के विरुद्ध लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई अधिवक्ताओं को गंभीर चोट पहुंची जिनको अति गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया जिले की पुलिस द्वारा विधि विरुद्ध तरीके से न्यायालय परिसर के अंदर घुसकर अधिवक्ताओं को अधिवक्ता कक्ष से निकाल निकाल कर लाठी डंडे से मारपीट की गई साथ ही न्यायालय परिसर के अंदर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए सीधी की राजनीतिक इतिहास में पहली घटना है जिसमे अधिवक्ताओं को बेरहमी से पीटा गया इस दौरान जज भी डरे सहमे रहे अधिवक्ता 10 अप्रैल से लगातार हड़ताल पर हैं और न्यायालीन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं।और तो और सीधी को छोड़ दिया जाए तो पहले दिन से ही मैहर जबलपुर सहित कई जिले और उपखंड में बार एसोसिएशन ने कलमबंद हड़ताल किया घटित घटना इतनी दर्दनाक थी की मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में सरकार के विरुद्ध एक माहौल खड़ा हुआ जिसमें चुनावी वर्ष होने के कारण सरकार की किरकिरी होना स्वाभाविक है इसी बीच विन्ध्य के रीवा से मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष शिवेंद्र उपाध्याय शिगूफा फेंकने सीधी अधिवक्ता संघ के सदस्य आगे की रणनीति पर चल रही चर्चा पर अचानक पहुंच गये उसके तुरंत बाद आंदोलन की पूरी रणनीति पर पानी फिरता नजर आया श्री उपाध्याय ने कहा बार एसोसिएशन को इस्तगासा दायर किया जाना चाहिए जिसमे अदालत फैसला करेगी उसके बाद जो भी होगा अधिवक्ताओं को न्याय मिलेगा ऐसी उम्मीद जताई घृणास्पद बात यह रही जिस जिला कलेक्टर ने खड़े होकर वकीलों पर लाठी चलवाया उसी कलेक्टर के समक्ष ज्ञापन लेकर जाने और कार्यवाही की मांग करने का प्रस्ताव है अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष द्वारा प्रस्तावित किया गया गंभीर रूप से घायल अधिवक्ताओं को 1 लाख रूपये और मामूली घायलों को ₹10,000 रुपए राहत राशि के रूप में दिए जाने का भी ऐलान किया श्री उपाध्याय की भाषण से यह बात स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश शासन के अभिकर्ता के रूप में बात कर रहे हैं उनके बात से कहीं भी यह स्पष्ट नहीं हुआ की अधिवक्ताओं के दुख दर्द से उनका कोई मतलब है या कोई सहानुभूति जिला अधिवक्ता संघ में तो यहां तक चर्चा है कि श्री उपाध्याय जिला न्यायाधीश से न्यायिक जांच वापस करने का भी बातचीत किया है जिससे जिला अधिवक्ता संघ सीधी के अधिवक्ताओं पर काफी आक्रोश है अधिवक्ताओं की लड़ाई लड़ रहे युवा अधिवक्ता रोहित मिश्रा ने राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष शिवेंद्र उपाध्याय के प्रस्ताव का विरोध किया साथ ही अधिवक्ताओं के अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए लड़ाई जारी रखने का भी प्रस्ताव रखा है आज जिला न्यायालय से होकर शहर के गांधी चौक तक शांतिपूर्ण जुलूस के माध्यम से जिले की बर्बर पुलिस का विरोध किया जाएगा और आगे की रणनीति भी बनाई जाएगी वैसे आज सीधी से लेकर पूरे मध्यप्रदेश के न्यायालय में अधिवक्ता न्यायालयीन कार्य का बहिष्कार किया श्री मिश्रा ने यह भी कहा कि अगर ऐसी स्थिति रह गई तो अधिवक्ता पिटते रह जाएंगे और दूसरों को न्याय दिलाने वाले खुद के न्याय के लिए भीख मांगते नजर आएंगे

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