*जिला न्यायाधीश ने नगर निरीक्षक के विदाई समारोह से किया किनारा, अफसरों को भी जमकर फटकारा*
*जब अधिवक्ताओं ने किया कड़ा विरोध तो उच्च विश्राम गृह छोड़कर भागे पुलिस के आलाअधिकारी*
*विरोध देख अमरप्रेम पैलेस में उजड़े चमन जैसा मना विदाई समारोह*
कल शहर के पुलिस नगर निरीक्षक अनिल उपाध्याय के तबादले का विदाई समारोह जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया गया था लेकिन इसके पूर्व अनिल उपाध्याय सहित चार पुलिसकर्मियों पर अधिवक्ताओं के ऊपर विधि विरुद्ध तरीके से न्यायालय में घुसकर लाठी चार्ज करने का गंभीर आरोप लगा है जिसकी जांच मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय सहित जिला कलेक्टर कर रहे हैं लेकिन प्रशासन का उतावलापन देखिए अनिल उपाध्याय नगर निरीक्षक विदाई की तैयारी इस तरह की गई थी जैसे गोल्ड मेडल जीतकर कोई खिलाड़ी अपने स्वदेश लौटा हो कड़ी इतनी हास्यास्पद थी कि अनिल उपाध्याय का जश्न मनाने की तैयारी शहर के ही उच्च विश्राम गृह में हो चुकी थी जिसमें प्रशासन के अधिकारी सहित न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भी बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था इसी बीच जिला न्यायालय सीधी से अधिवक्तागण भी पहुंच गए और मुख्य न्यायाधीश की उपस्थिति को गलत ठहराने लगे कि एक अपराधी के विदाई समारोह में जिला न्यायालय के ही मुख्य न्यायाधीश की उपस्थिति अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज जैसे संगीन अपराध को वैध बना देती है यह सुनकर जिला न्यायाधीश ने वहां पर उपस्थित अधिकारियों को बुलाया और फटकार लगाते हुए कहा कि मेरा आमंत्रण में नाम क्यों डाला गया जब नगर निरीक्षक के ऊपर भी अधिवक्ताओं द्वारा इस तरह के आरोप लगाए गए हैं तो उसकी जांच हो जानी चाहिए साथ में यह भी कहा कि उच्च विश्राम गृह को तुरंत खाली कराया जाए ऐसा सुनते ही अधिकारियों में खलबली मच गई और उच्च विश्राम को खाली करा दिया गया उसके बाद नगर निरीक्षक सहित जिले का प्रशासन किराया के अमर प्रेम पैलेस में विदाई समारोह को फीके तौर पर मनाया जबकि खाने पीने की सामग्री उच्च विश्रामगृह में तैयार हो चुकी थी इस तरह कल एक नगर निरीक्षक की विदाई का किस तरह विरोध हुआ शहरवासियों को देखने को मिला