*लो फिर आ गए चुनाव
*सीधी सांसद का वीडियो वाला नाटक*
आज सीधी के चुरहट में हास्यास्पद ढोंग देखने को मिला जब सीधी सांसद ने उज्वला योजना अंतर्गत संचालन को लेकर गैस एजेंसी के मुखिया को फटकार का नाटक वाला वीडियो शोसल मीडिया में शेयर कराईं।
-जबकि-
ढोंग का नजारा इतना जबरदस्त था कि उस दौरान प्रशासन के मुखिया कलेक्टर दिलीप कुमार भी मौजूद थे वो भी ताली पीटने में लगे थे हकीकत कुछ ऐसी है। एक वर्ष लगभग दो वर्ष पूर्व उज्वला योजना की शुरुआत हो चुकी है। उज्वला वितरण में सीधी सबसे पिछड़े जिले में है। क्योंकि गैस वितरक केंद्र के संचालकों ने वितरण में जमकर जमकर वारा न्यारा किया गरीब आदिवाशी महिलाओं ने इसकी शिकायत भी किया लेकिन प्रशासन ने नहीं सुना अब आगे-
-चुनाव नजदीक तो ढोंग के सुर-
जिले में गैस संचालकों ने *एस. ई.सी.सी डाटा 2011* के साथ जमकर छेड़छाड़ किया और गरीब महिलाओं के बजाय अमीरों के भेंट चढ़ गई उज्वला की गैस लेकिन बीते डेढ वर्षों में जिले की सांसद को गरीब महिलाओं की सुध नहीं आई अब चुनाव नजदीक है। तो उज्वला का ढोंग और संचालक को फटकार वो भी जिम्मेदारों की उपस्थिति में समझ से परे लगता है। क्योंकि तालाब को अंदर से बांधा जाता है बाहर से नहीं। क्योंकि कलेक्टर को कुछ बोलने के बजाय संचालक को फटकार हास्यास्पद है। और ऐसा इसलिए कि सीधी सांसद की जनता के बीच मे तेजी से ग्राफ गिरा है और अब जमीन खिसकती देख जमीन तलाश रही हैं। क्योंकि कानून की नजर में
*प्रतिनिधि सदैव जिम्मेदार होता है।*