नायब तहसीलदार मड़वास संजय मेश्राम पर आदिवासी ने रिश्वत लेने एवं मांगने का लगाया आरोप का देखें लाइव वीडियो
क्या नायब तहसीलदार मड़वास पर रिश्वत लेने एवं मांगने के लगे आरोप पर अब तक जिला प्रशासन की कार्यवाही ना होना सवाल खड़े करती है।
आखिर क्यों नायब तहसीलदार साहब की कलम बगैर रिश्वत लिए एक पग भी नहीं चलती है यह बड़ा सवाल है…?
क्या कुर्सी पाने के बाद अधिकारी साहबान कानून को अपने घर की जागीर समझते हैं
क्या नायब तहसीलदार मड़वास राजस्व के नियमों की खुलेआम उड़ा रहे धज्जियां
मध्य प्रदेश जिला सीधी जी हां हम बात कर रहे हैं सीधी जिले के मड़वास तहसील के नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का एक आदिवासी ने लगाया है आरोप आपको बताते चलें नायाब तहसीलदार मड़वास पर रामलाल कोल ने प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कराया जा रहा था उसी बीच पारिवारिक विवाद होने के कारण नायब तहसीलदार मड़वास ने बिना मौका देखे ही काम को रोकने का आदेश दे दिया रामलाल ने बताया है कि मैं जब नायब तहसीलदार से मिलने पहुंचा तो नायब तहसीलदार ने साफ-साफ कहा मुझे ₹10000 जब तक नहीं दोगे तब तक तुम्हारा प्रधानमंत्री आवास का काम रुका रहेगा रामलाल कोल ने कहा साहब मेरे पास अभी ₹4000 उपलब्ध है मैं कल पहुंचा दूंगा सुबह होते ही ₹4000 लेकर नायब तहसीलदार के घर रामलाल पहुंच गया एवं नायब तहसीलदार मड़वास को ₹4000 देकर रामलाल बोला साहब अब हमें घर बना लेने दीजिए नायब तहसीलदार ने कहा जब तक 10,000 पूरा नहीं करोगे तब तक घर नहीं बनाने दूंगा मड़वास के नायब तहसीलदार खुलेआम प्रधानमंत्री आवास में हस्ताक्षेप नहीं करना चाहिए लेकिन लोगों से वसूल रहे हैं रिश्वत आम जनता मड़वास नायब तहसीलदार से काफी त्रस्त हो चुकी है ऐसे में देखना यह होगा कि जिले में बैठे वरिष्ठ अधिकारी नायब तहसीलदार पर कार्यवाही कर पाने में सफलता हासिल कर पाएंगे या फिर आम जनता लुटती रहेगी। आपको बताते चलें रामलाल कोल ने नायब तहसीलदार मड़वास पर यह भी आरोप लगाया है कि मेरे पास रहने को घर नहीं है बरसात आ रही है अगर मेरे परिवार को कुछ हुआ तो इसकी सारी जवाबदारी नायब तहसीलदार मड़वास की होगी।