March 29, 2024 6:59 pm

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17 जून को डॉक्टर की लापरवाही से कोरोना सस्पेक्ट पहुंच गए थे घर

17 जून को डॉक्टर की लापरवाही से कोरोना सस्पेक्ट पहुंच गए थे घर

आज तक नहीं हुई कार्रवाई

बीएमओ का आदेश भी किया था दरकिनार

मध्य प्रदेश जिला सीधी कोरोनावायरस जैसे घातक महामारी को रोकने के लिए जिले के कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान 24 घंटे मेहनत करते हुए इस महामारी को रोकथाम के लिए लगे हुए हैं लेकिन एक डॉक्टर की लापरवाही से पूरा जिला बीते 17 जून को संकट में आ गया था।जीएनएम नर्सिंग कोरेनटाइन सेंटर में सेमरिया क्वॉरेंटाइन से सैंपलिंग के लिए आए हुए दो कोरोना सस्पेक्ट मरीजों को डॉक्टर की लापरवाही से गायब हो गए थे। जहां एंबुलेंस ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक मरीज को पकड़ने में सफलता पाई थी। लेकिन लापरवाह डॉक्टर के ऊपर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कारण यह है कि लापरवाह डॉक्टर के पिता सीएमएचओ ऑफिस में बाबू है। इसी कारण से लापरवाह डॉक्टर के ऊपर 15 दिवस बीतने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

यह है पूरा मामला
बीते 17 जून को सेमरिया बीएमओ अतुल तिवारी के द्वारा सेमरिया में कोरेंटिन किए गए दो कोरोना सस्पेक्ट मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से दोपहर 1:00 बजे के लगभग सीधी स्थित जीएनएम नर्सिंग हॉस्टल में सैंपलिंग के लिए भेजा गया था। जहां जीएनएम नर्सिंग हॉस्टल में तैनात डॉक्टर विश्वता पांडे ने यह का कर उनको भगा दिया गया था कि डी एच में भेज दो यहां क्यों आए हैं। तथा दोनों मरीज पैदल ही जिला चिकित्सालय में जांच के लिए पहुंचे जहां भीड़ भाड़ के चलते दोनों अपने अपने घर का रास्ता नाप लिया। पूरे मामले की जानकारी जैसे ही बीएमओ अतुल तिवारी को लगी तब जाकर पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।

मुंबई से आए थे दोनों श्रमिक

बताया गया कि यह दोनों श्रमिक मुंबई से आए हुए थे जिनकी तबीयत सही नहीं होने के कारण कोरोनावायरस रोकने के सावधानी हेतु दोनों श्रमिकों को बीएमओ द्वारा सेमरिया में कोरेंटिन किया गया था। बताया गया कि जैसे ही जीना हॉस्टल में एंबुलेंस के माध्यम से दोनों मरीजों को लाया गया था तब ड्यूटी में तैनात डॉक्टर विश्वाता पांडे ने बीएमओ से सैंपल के लिए लिखित में मांगा था लिखित नहीं होने के कारण दोनों को रवाना कर दिया गया था। जहां सेमरिया बीएमओ ने कड़ी मशक्कत के बाद उनके एंबुलेंस के चालक ने 2 घंटे बाद एक मरीज को रास्ते से ही पकड़ कर ले आए तथा दूसरा मरीज अपने गांव पहुंचकर आराम से घर में सो रहा था जिसको वापस लाकर सैंपलिंग करने के बाद क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था।

पिता सीएमएचओ ऑफिस में है बाबू इसलिए नहीं हुई कार्रवाई

आरोप है कि आरोपी डॉक्टर के पिता सीएमएचओ ऑफिस में बाबू है कोरोना घातक जैसे महामारी को लापरवाही पूर्वक कार्य करने के कारण पूरे जिले को खतरे में डालने वाले डॉक्टर के ऊपर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। अगर दोनों मरीज पकड़ में नहीं आते तो पूरे जिले को कोरोनावायरस जैसे घातक महामारी के संकट में डाल दिये थे। वही 15 दिवस बीत जाने के बावजूद भी अभी तक आरोपी डॉक्टर को पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

ऐसी घटना हुई थी जहां मैं तत्काल खुद अपनी एक टीम बनाया जिसमें हमारे यहां की एंबुलेंस भी थी और दो से 3 घंटे के अंदर दोनों सस्पेक्ट को पकड़ लिया गया था एक आधे रास्ते में ही मिल गया था और एक घर में जाकर सो रहा था दोनों को हमने फिर दोबारा ले जाकर सेंपलिंग कराई है और फिर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था।

अतुल तिवारी
बीएमओ सेमरिया

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राशिफल

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